ट्रेन अपहरण के बाद पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में अब सुरक्षा बलों के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें सात जवानों की मौत हो गयी है। बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बीएलए ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि उनके आत्मघाती हमले में 90 सैन्यकर्मी मारे गए हैं। हालांकि, सूत्रों ने अभी तक सात मौतों की पुष्टि की है। इस बीच, सुरक्षा बलों ने विस्फोट स्थल की घेराबंदी कर दी है। इसी के साथ इलाके की निगरानी के लिए ड्रोन लॉन्च किए गए हैं।
कब और कहां हुआ हमला?
क्वेटा से ताफ्तान जा रहे अर्धसैनिक फ्रंटियर कॉर्प (एफसी) के काफिले पर हमला नोश्की इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ। एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन से काफिले को टक्कर मार दी। बता दें, सुरक्षा बलों के इस काफिले में सात बस और दो वाहन शामिल थे।
पुलिस ने हमले की पुष्टि की
स्थानीय नोश्की पुलिस थाने के प्रमुख जफरुल्लाह सुमालानी ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह एक आत्मघाती हमला था। अधिकारी ने कहा, ‘मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।’ सुमालानी ने कहा कि हमले की जगह से मिले साक्ष्यों से पता चलता है कि एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को एफसी काफिले में घुसा दिया।
बीएलए ने बयान जारी किया
इंडिया टुडे के अनुसार, बीएलए की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘बलूच लिबरेशन आर्मी की फिदायी इकाई मजीद ब्रिगेड ने कुछ घंटे पहले नोशकी में आरसीडी हाईवे पर रखशान मिल के पास वीबीआईईडी फिदायी हमले में कब्जे वाली पाकिस्तानी सेना के काफिले को निशाना बनाया। काफिले में आठ बसें थीं, जिनमें से एक विस्फोट में पूरी तरह नष्ट हो गई।’
इसमें कहा गया, ‘हमले के तुरंत बाद, बीएलए के फतेह दस्ते ने आगे बढ़कर एक और बस को पूरी तरह से घेर लिया, व्यवस्थित रूप से उसमें सवार सभी सैन्य कर्मियों को मार गिराया, जिससे दुश्मन के हताहतों की कुल संख्या 90 हो गई।’
बुगती ने हमले की निंदा की
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की और जानमाल का नुकसान होने पर दुख जताया। बुगती ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ‘बलूचिस्तान की शांति के साथ खिलवाड़ करने वालों का दुखदायी अंत होगा।’ बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने भी निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर किए गए हमले की निंदा की।
इससे पहले ट्रेन हाईजैक की थी
इससे पहले इसी प्रांत में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आतंकवादियों ने 11 मार्च को गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास 440 यात्रियों को लेकर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया था। सेना द्वारा 12 मार्च को सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराने से पहले आतंकवादियों ने 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के चार जवानों को मार डाला था।